एयर इंडिया ने हिंदू और सिख यात्रियों के लिए हलाल भोजन सेवा बंद की, मुस्लिम यात्रियों के लिए प्री-बुकिंग पर हलाल भोजन उपलब्ध
एयर इंडिया ने हिंदू और सिख यात्रियों के लिए हलाल मील सेवा को समाप्त कर दिया है। जानें, इस नए बदलाव से फ्लाइट में धार्मिक खाने के विकल्पों पर क्या असर पड़ेगा और यह एयरलाइन की भविष्य की मील नीति को कैसे प्रभावित करेगा?
एयर इंडिया ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है, जिसके तहत अब हिंदू और सिख यात्रियों के लिए हलाल प्रमाणित नॉन-वेज भोजन सेवा को बंद कर दिया गया है। यह बदलाव 10 नवंबर 2024 से लागू हो गया है और इसका उद्देश्य कंपनी के विस्तृत यात्री वर्ग की धार्मिक और सांस्कृतिक आवश्यकताओं के अनुसार अधिक लचीला और संवेदनशील भोजन विकल्प प्रदान करना है।
यह कदम विशेष रूप से उन यात्रियों के लिए है, जिन्होंने कई सालों तक एयर इंडिया द्वारा हलाल भोजन को अनिवार्य रूप से प्रदान किए जाने पर आपत्ति जताई थी। कुछ लोगों ने इसे "हलाल माफिया" का हिस्सा माना था, जबकि अन्य ने इसे हिंदू और सिख समुदाय के लिए उपयुक्त नहीं माना था। अब एयर इंडिया ने यह कदम उठाया है ताकि विभिन्न धर्मों के यात्रियों की धार्मिक मान्यताओं और आहार प्रतिबंधों का सम्मान किया जा सके।
नए बदलाव के तहत:
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हलाल भोजन सेवा की समाप्ति: अब एयर इंडिया पर हिंदू और सिख यात्रियों के लिए हलाल प्रमाणित नॉन-वेज भोजन प्रदान नहीं किया जाएगा। हालांकि, यह सेवा मुस्लिम यात्रियों के लिए प्री-बुकिंग के तहत उपलब्ध रहेगी, जिन्हें 'मुस्लिम मील' (MOML) के रूप में हलाल भोजन मिलेगा। यह विशेष भोजन केवल प्री-बुकिंग के जरिए ही उपलब्ध होगा और इसे MOML लेबल के साथ पहचाना जाएगा।
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सऊदी अरब के लिए उड़ानें: एयर इंडिया ने स्पष्ट किया है कि सऊदी अरब की दिशा में उड़ान भरने वाली सभी फ्लाइट्स पर हलाल भोजन प्रदान किया जाएगा। इन उड़ानों में जेद्दा, दम्माम, रियाद और मदीना सेक्टर शामिल हैं। इन सभी उड़ानों पर हलाल प्रमाणित भोजन दिया जाएगा और यात्रियों को इसके लिए हलाल प्रमाणपत्र भी प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा, हज यात्रा के दौरान भी हलाल भोजन सेवाएं बरकरार रहेंगी।
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आहार विकल्प में लचीलापन: एयर इंडिया का यह निर्णय यात्रियों के आहार संबंधी विभिन्न विचारों और प्रतिबंधों का सम्मान करने के लिए लिया गया है। अब, यात्रियों के पास अधिक विविध भोजन विकल्प होंगे, जो उनके धार्मिक और सांस्कृतिक विश्वासों के अनुरूप हों।
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प्री-बुकिंग की व्यवस्था: जो यात्री हलाल भोजन चाहते हैं, उन्हें इसे प्री-बुकिंग के माध्यम से चुनने की आवश्यकता होगी। एयर इंडिया ने यह सुनिश्चित किया है कि प्री-बुकिंग के दौरान हलाल प्रमाणित भोजन ही उपलब्ध होगा और इसे 'मुस्लिम मील' के रूप में चिन्हित किया जाएगा।
व्यापक प्रतिक्रिया:
इस निर्णय को लेकर यात्रियों और समाज के विभिन्न हिस्सों से मिश्रित प्रतिक्रिया मिल रही है। कुछ लोग इसे सांस्कृतिक और धार्मिक विविधता को सम्मान देने वाला कदम मान रहे हैं, जबकि कुछ का मानना है कि इससे कुछ यात्रियों को असुविधा हो सकती है। हालांकि, एयर इंडिया ने यह भी सुनिश्चित किया है कि यह बदलाव सिर्फ हलाल भोजन की उपलब्धता से संबंधित है और अन्य सभी आहार संबंधी सुविधाओं पर इसका कोई असर नहीं होगा।
एयर इंडिया के इस फैसले को एक संवेदनशील और समझदारी से भरा कदम माना जा रहा है, जो भारतीय समाज की विविधता और धर्मनिरपेक्षता के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
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